कैसे अपनी जिंदगी को दिशा दें: एक प्रेरणादायक दृष्टिकोण | Make Decision in Life | Speech2k5.blogspot.com

आज से लगभग छह साल पहले, तुम्हारे अंदर एक जोश था, एक पागलपन था, जो अब कहीं खो गया है। तुम अब उन बुद्धों की तरह घूमते हो, जिनके पास किसी उद्देश्य या लक्ष्य का पता नहीं होता। तुमने अपनी जिंदगी को मजाक बना लिया है। क्या यह सच नहीं है? पहले तुम्हारे पास जुनून था, याद करो जब तुम छोटी क्लास में पढ़ते थे। कितने शौक से तुम होमवर्क करते थे, कितनी मेहनत से ड्राइंग करते थे। पढ़ाई में मजा आता था। लेकिन अब तुम अपनी जिंदगी और अपने कल को खुद ही बर्बाद कर रहे हो।


तुम कहते हो कि अभी तुम्हारा सफर बाकी है, तुम मायूस नहीं हो, लेकिन क्या तुम खुद से यह सवाल नहीं पूछते कि जिंदगी यूं नहीं चलती। सफलता किसी भी वक्त आ सकती है, लेकिन यह उस पर निर्भर करता है कि तुम क्या कर रहे हो। अगर तुम कुछ बड़ा करना चाहते हो, तो क्या तुम तैयार हो उस मंजिल तक पहुंचने के लिए मेहनत करने, पढ़ाई करने और खुद को किसी भी हाल में आगे बढ़ाने के लिए?

सच्चाई यह है कि मेहनत करने वालों की एक अलग पहचान होती है। आज भी टॉपर्स निकल रहे हैं, आज भी जब एग्जाम के रिजल्ट आएंगे, तो न जाने कितने टॉपर्स तुमसे आगे होंगे। तुम सोचोगे, 'इनमें क्या खास है?' पर क्या तुम जानते हो, यह लोग भी खास नहीं थे। फर्क है तो सिर्फ सोच और मेहनत में। तुम्हें बहाने बनाने की आदत हो गई है, और इसीलिए तुम्हारे लिए पढ़ाई बोझ बन गई है। लेकिन अगर तुम सीरियस हो जाओगे, तो वही बोझ तुम्हें आसान लगने लगेगा।

जब तुम्हारे मां-बाप तुम्हें डांटेंगे या कुछ बातें कहेंगे, तो तुम खुद ही महसूस करोगे कि उनका कहना सही था। कभी-कभी, हमें किसी का पुश चाहिए होता है, ताकि हम आगे बढ़ सकें। हमें यह समझना चाहिए कि हमें अपनी जिंदगी में क्या करना है, और दूसरों की ज़िंदगी पर समय बर्बाद करने के बजाय हमें अपने रास्ते पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

इस दुनिया में क्या चल रहा है, यह जानना जरूरी है, लेकिन यह समझो कि दूसरों के बारे में कुछ कहने का हक तुम्हें तब तक नहीं है जब तक तुम खुद कामयाब नहीं हो जाते। जब तक तुम अपनी मंजिल तक नहीं पहुंच जाते, तब तक दूसरों के बारे में सोचने की बजाय अपनी जिंदगी पर ध्यान दो। सोचो, तुम्हारे पास वक्त है, तो क्यों न उसे अपने सपनों को पूरा करने में लगाओ? क्यों न तुम उस वक्त का इस्तेमाल अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए करो?

याद रखो, तुम जो सोचते हो, वही करते हो। अगर तुम सोचोगे तो तुम करोगे, और फिर तुम्हें वह परिणाम मिलेगा जो तुमने अपनी मेहनत से कमाया है। यह कोई तुकबंदी नहीं है, बल्कि यह सच्चाई है। हालांकि, मुश्किलें तो आएंगी, लेकिन सफलता की राह में हर कदम एक नई चुनौती होती है, जिसे पार करना ही तुम्हारा उद्देश्य होना चाहिए।

समय की अहमियत को समझो। इंटरनेट पर ढेर सारी वीडियो होती हैं, जो तुम्हें ढेर सारी जानकारी देती हैं। लेकिन क्या तुम जानते हो कि तुम्हारे फोन में जितनी गंदगी है, उससे कहीं ज्यादा गंदगी तुम्हारे दिमाग में हो सकती है? अगर तुम उन चीजों से बचकर, अपने लक्ष्य पर ध्यान दोगे, तो तुम्हारा रास्ता और भी आसान होगा। तुम्हारे फोन में जो चीजें तुम्हें आकर्षित करती हैं, वे सिर्फ तुम्हें भ्रमित करती हैं। अगर तुम खुद पर ध्यान दोगे, तो तुम्हारा दिमाग सही दिशा में काम करेगा।

अब समय है खुद को साबित करने का। दुनिया को छोड़ो, अपने बारे में सोचो, अपने सपनों को साकार करने के लिए काम करो। ज्यादा बातें नहीं, सिर्फ काम करने का समय है।

यह कहानी यहीं खत्म होती है। तुम्हारा काम यही है कि जो भी काम तुम्हारे सामने हो, उसे पूरी मेहनत और लगन से करो, और अपना रास्ता तय करो।

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